Share Market Terminology for Beginners in Hindi – शेयर मार्केट की शब्दावली

Share Market Terminology for Beginners in Hindi – शेयर मार्केट की शब्दावली: दोस्तों आज में इस आर्टिकल के ज़रिये आपसे शेयर मार्केट की महत्वपूर्ण शब्दाबली आपसे शेयर करने जा रहा हूँ। अगर आप शेयर मार्किट के बारें में जानना चाहते है या शेयर मार्किट में प्रवेश करने का मन बना रहे है तो ये जानकारी आपको शुरुआत करने में बहुत मदद करेगी।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi –A-

After-Hours Trading कारोबार-समयोत्तर ट्रेडिंग :  प्रमुख बाजारों के बंद होने के बाद प्रतिभूतियों का क्रय-विक्रय करना। एक समय कारोबार-समयोत्तर ट्रेडिंग का विशेषाधिकार केवल संस्थागत निवेशकों के लिए था, हालाँकि अब इसमें व्यक्तिगत निवेशक भी शामिल हो सकते हैं। कारोबारी समय के बाद ई.सी.एन. पर स्टॉक ट्रेड किए जाते हैं, जिसमें कंप्यूटर प्रणाली द्वारा क्रेताओं और विक्रेताओं का मिलान कर सौदा निष्पादित किया जाता है।

Aggressive Growth Funds – आक्रामक वृद्धिशील निधि:  वे म्यूचुअल फंड्स, जो छोटी कंपनियों के शेयरों पर केंद्रित रहते हैं, फंड के उच्च स्तरीय जोखिम को उसकी तेज उपार्जन संभावनाओं द्वारा न्यायोचित ठहराया जाता है।

Amortization – परिशोधन:  किसी देयता को निश्चित समयावधि के दौरान नियमित भुगतान द्वारा धीरे-धीरे कम करते जाना। यह भुगतान इतना पर्याप्त होना चाहिए कि इसमें मूल व ब्याज राशि दोनों आ जाएँ।

Annual Percentage Rate -A.P.R.: – वार्षिक प्रतिशत दर:  ऋण की प्रतिवर्ष कुल लागत, जिसमें ब्याज राशि तथा अधिकांश या पूर्ण फीस शामिल हो।

Annual Report – वार्षिक रिपोर्ट: कॉर्पोरेशन द्वारा वर्ष भर में फाइल किए वित्तीय परिणामों और परिचालन से संबंधित वर्षांत लेखा परीक्षित रिपोर्ट। इस रिपोर्ट में कंपनी की वित्तीय स्थिति, वैध देयताएँ और भावी योजनाओं संबंधी जानकारी रहती है। शेयरधारक वार्षिक रिपोर्ट की प्रतिलिपि को कॉर्पोरेशन से निःशुल्क प्राप्त कर सकते हैं।

Annualized Returns – वार्षिक रिटर्न: निर्दिष्ट वर्षों के भीतर किसी निवेश पर प्राप्त रिटर्न। इस गणना से यह जाना जाता है कि यदि विनिर्दिष्ट समयावधि में प्राप्त संचयी रिटर्न को प्रत्येक वर्ष में समान रूप से विभाजित कर दिया जाए तो निवेशक को प्रतिवर्ष कितनी धनराशि प्राप्त होगी।

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Share Market Terminology for Beginners in Hindi

Share Market Terminology for Beginners in Hindi –B-

Balance Sheet – तुलन-पत्र:  यह फर्म की आस्तियों, देयताओं और कुल संपत्ति के संदर्भ में उसकी वित्तीय स्थिति को प्रतिबिंबित करता है। बाईं तरफ अस्तियों का योग, दाईं तरफ देयताएँ + शेयरधारकों की इक्विटी के बराबर होनी चाहिए, जिससे विवरणिका में संतुलन बना रहे।

Balanced Funds -बैलेंस्ड फंड्स: वे म्यूचुअल फंड्स, जिन्हें निवेशकों की आय और वृद्धि हेतु शेयरों तथा बॉण्ड दोनों में निवेश किया जाता है।

Bankruptcy -दिवालिया: कर्ज चुकाने में अक्षमता की वित्तीय स्थिति। दिवालिया कानून के द्वारा या तो कॉर्पोरेट व्यापारों का पुनर्गठन या तरलता और आस्तियों द्वारा कुछ बकायादारों के भुगतान हेतु बनाया गया था।

Bear -मंदड़िए: निराशावादी निवेशक, जो किसी शेयर या पूरे बाजार के गिरने की आशा लगाए हों।

Bear Market -मंदी का बाजार: ऐसा बाजार, जहाँ शेयरों के भाव में आमतौर पर गिरावट हो।

Beta -बीटा: बीटा, बाजार सूचकांक के सापेक्ष स्टॉक रिटर्न में उतार-चढ़ाव का आकलन करता है। उदाहरण के लिए, 1.3 बीटा इस बात का सूचक है कि स्टॉक में इसी दिशा में निफ्टी से 30 प्रतिशत आगे बढ़ने का रुख है। अतः यदि निफ्टी 10 प्रतिशत चढ़ता है तो स्टॉक में 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी; लेकिन यदि एस एंड पी 10 प्रतिशत गिरता है तो शेयरों में 13 प्रतिशत की गिरावट आएगी। साधारण शब्दों में, उच्च बीटा निवेश में अधिक जोखिम को दरशाता है।

Blue-Chip -ब्लू चिप: आय सृजन व लाभांश देने में अच्छी साख वाली कंपनी के शेयरों हेतु पारिभाषिक शब्द।

Bond Fund -बाण्ड फंड: एक प्रकार के म्यूचुअल फंड, जो बॉण्ड और अधिमानित शेयरों में निवेश करते हैं, जिससे कम जोखिम पर स्थिर आय प्राप्त हो सके।

Book Value -बही मूल्य: बैलेंस शीट का वह मूल्य, जिसे संपत्ति मूल्यों में से कुल देयताओं को घटाकर निकाला जाता है और फिर साझा शेयरों की संख्या से भाग दिया जाता है।

Bull -तेजड़िए: वे आशावादी निवेशक, जिन्हें बाजार या किसी प्रतिभूति के भाव बढ़ने की उम्मीद हो।

Bull Market -तेज बाजार: वह बाजार, जहाँ प्रतिभूतियों के भाव आमतौर पर चढ़ रहे हों।

Bullish -तेजी: प्रतिभूति के भाव चढ़ने के लिए उपयोग होनेवाला पारिभाषिक शब्द।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -C-

Capital Expenditures -पूँजीगत व्यय: किसी निश्चित अवधि के दौरान दीर्घावधिक आस्ति, जैसे जमीन, संयंत्र या उपकरणों को प्राप्त करने के लिए किया गया व्यय।

Capital Gain -पूँजीगत अभिलाभ: वह राशि, जिससे किसी आस्ति का विक्रय भाव उसके मूल खरीद भाव से अधिक हो जाए। प्राप्त पूँजीगत अभिलाभ वह निवेश है, जिसे मुनाफे पर बेचा गया है। अप्राप्त पूँजीगत अभिलाभ वह निवेश है, जिसे यदि बेचा जाए तो उसका परिणाम मुनाफा होगा। आई.आर.एस. म्यूचुअल फंड, बॉण्ड, ऑप्शंस, मकान और व्यापार को बेचने से प्राप्त पूँजीगत अभिलाभ पर पूँजीगत अभिलाभ कर वसूल करता है।

Capital Growth -पूँजीगत संवृद्धि: निवेश में हुई मूल्य वृद्धि, जिसका कारण उसका भाव बढ़ना या उससे हुए मुनाफे को पुनः निवेशित करना हो।

Capitalization -पूँजीकरण: किसी कंपनी द्वारा जारी सभी शेयरों व बॉण्ड्स का कुल मूल्य।

Capital Loss -पूँजीगत हानि: किसी निवेश या अस्ति का मूल्य कम होना। यह पूँजीगत संवृद्धि का विलोम है।

Cash Flow -नकदी प्रवाह: कई बार इसे नकद उपार्जन भी कहा जाता है। ये मूल्य-ह्रास, परिशोधन तथा गैर-नकद प्रभारों से पूर्व का शुद्ध उपार्जन है, जो कंपनी की ऋण शोधन क्षमता निर्धारित करने में उपयोगी होता है। नकदी प्रवाह की गणना के लिए मूल्य-ह्रास को कुल आय में जोड़ने के बाद इसे अधिमानित लाभांश में से घटा देते हैं।

Cash Dividend -नकद लाभांश: कंपनी के शेयरधारकों को नकद में किया जानेवाला भुगतान। यह राशि प्रायः कॉर्पोरेशन की लाभप्रदता और निदेशक मंडल के निर्णय पर आधारित होती है। इसे कराधान आय माना जाता है।

Certificate -सर्टिफिकेट: वह इलेक्ट्रॉनिक या भौतिक दस्तावेज, जो शेयर एवं बॉण्ड के स्वामित्व को दरशाता है।

Commission -कमीशन: वह शुल्क, जो ब्रोकर को ट्रेड निष्पादन या निवेश पोर्टफोलियो प्रबंधन के लिए चुकाया गया है। यह कमीशन प्रभार ब्रोकरेज की प्रकृति पर निर्भर करता है। यह प्रतिभूतियों के प्रकार, ट्रेड किए गए शेयरों की संख्या या प्रतिभूति के डॉलर मूल्य पर आधारित हो सकता है।

Consideration -प्रतिफल: किसी सौदे का द्रव्य मूल्य, जिसमें कमीशन जोड़ने के पूर्व शेयर संख्या को भाव से गुणा कर निकाला जाता है।

Corporate Bonds -निगमित बॉण्ड्स: वे बॉण्ड्स, जिन्हें कॉर्पोरेशन पूँजी जुटाने के लिए जारी करती है।

Current Assets -चालू आस्तियाँ: वे तरल आस्तियाँ, जिन्हें 12 माह के भीतर नकद में परिवर्तित किया जा सकता है। इनमें नकद, विपणन योग्य प्रतिभूतियाँ, प्राप्त राशि तथा माल शामिल होते हैं।

Current Liabilities -चालू देयताएँ: लेखा-पद्धति का परिभाषित शब्द, जो उन दायित्वों का वर्णन करता है, जिन्हें 12 महीने के भीतर भुगतान करना आवश्यक है। इनमें देय खाते, लघु-आवधिक ऋण और दीर्घावधिक ऋण का ब्याज आदि शामिल हैं।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -D-

Day Order -डे ऑर्डर: वह ऑर्डर, जो दिन की शुरुआत के साथ खुले और कारोबारी दिवस के बंद होने पर समाप्त हो।

Day Trade -दैनिक ट्रेडिंग: एक ही प्रतिभूति का एक ही दिन में क्रय और विक्रय करना।

Debentures -डिबेंचर्स: एक सामान्य प्रकार का कॉर्पोरेट बॉण्ड, जिसे अकसर पुनर्गठन से गुजर रही फर्में जारी करती हैं। डिबेंचरों को केवल जारीकर्ता की साख गुणवत्ता या ‘नेकनामी’ का सहारा होता है। संपार्श्विक न होने से ये बॉण्ड अत्यधिक जोखिम भरे होते हैं और इसलिए इनमें आस्ति समर्थित बॉण्ड्स के मुकाबले कहीं अधिक रिटर्न का प्रस्ताव होता है।

Defensive Stocks -रक्षित स्टॉक: वे स्टॉक, जो भाव बाजार में गिरावट के बावजूद स्थिर बने रहते हैं। रक्षित स्टॉक आमतौर पर उन उद्योगों के होते हैं, जिन पर मंदी का अधिक प्रभाव नहीं पड़ता, जैसे खाद्य व उपयोगिता कंपनियाँ।

Depository -निक्षेपागार: वह केंद्रीयकृत स्थान, जहाँ प्रतिभूतियों का धन जमा किया जाता है।

Director -निदेशक: कॉर्पोरेट बोर्ड सदस्य, जिसे शेयरधारकों ने चुना हो, जिससे वे कॉर्पोरेट नीतियों को स्थापित करने समेत प्रबंधन टीम का चयन और लाभांशों का भुगतान कर सकें।

Disposable Income -प्रयोज्य आय: प्रयोज्य आय वह कुल धनराशि है, जो नियमित खर्चों और निवेश अवसरों—दोनों के लिए उपलब्ध हो। इसकी गणना कर कटौती के बाद उपलब्ध आमदनी के रूप में की जाती है।

Dividends -लाभांश: कॉर्पोरेशन की आय का हिस्सा, जो शेयरधारकों को प्रति शेयर के आधार पर चुकाया जाता है। माना जाता है कि अधिमानित स्टॉक नियमित व निर्धारित लाभांश राशि देंगे। साधारण स्टॉक्स कंपनी द्वारा निश्चित की गई अलग मात्रा की धनराशि का भुगतान करते हैं।

Dividends Per Share -लाभांश प्रति शेयर: बीते वर्ष भुगतान किए गए लाभांश को शेष साधारण शेयरों की संख्या से भाग देना। शेष शेयरों की संख्या ज्ञात करने के लिए निर्दिष्ट वर्ष के दौरान शेष शेयरों का भारित औसत निकाला जाता है।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -E-

Earnings Before Interest and Taxes (E.B.I.T.) -ब्याज और कर पूर्व उपार्जन: किसी फर्म के उपार्जन प्रदर्शन का वह पैमाना, जो ऋण चुकौती या कर नियमों के अधीन नहीं होता। इसकी गणना बेची गई वस्तुओं की लागत और आम खर्चों में से राजस्व घटाने के बाद की जाती है।

Earnings Per Share (E.P.S.) -प्रति शेयर उपार्जन: शुद्ध आय को शेष साधारण स्टॉक संख्या से भाग दें।

Earnings Yield -उपार्जन प्राप्ति: फिक्स्ड इंटरेस्ट डेब्ट पर कर और ब्याज भुगतान के बाद वर्तमान शेयर भाव पर प्रति शेयर उपार्जन का रेशियो। इसकी गणना के लिए कुल बारह महीनों की आय को शेष शेयरों की संख्या से भाग देकर इन्हें वर्तमान भाव से भाग दिया जाता है और इसे 100 से गुणा करते हैं।

Equity -इक्विटी: किसी कंपनी में साधारण या अधिमानित स्टॉक के रूप में आम शेयरधारकों के मालिकाना हक का परिमाण।

Exchange -एक्सचेंज: वह बाजार, जिसमें स्टॉक, बॉण्ड, ऑप्शंस, फ्यूचर्स और कॉमोडिटियों का लेन-देन होता है। प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजों में हैं—न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (एन.वाई.एस.ई.) नैस्डेक, लंदन स्टॉक एक्सचेंज।

Exchange Traded Fund (E.T.F) -एक्सचेंज ट्रेडिड फंड: एक प्रकार का फंड, जो सूचकांक या सोने के अनुसार चलता है; लेकिन इसे स्टॉक की तरह ट्रेड किया जा सकता है।

Expense Ratio -खर्च अनुपात: फंड में खर्च हुई परिचालन लागत, प्रबंधन फीस, प्रशासनिक फीस और सभी अन्य लागत, जो फंड की कुल आस्तियों के प्रतिशत के तौर पर अभिव्यक्त होती है।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -F-

Fiscal Year -राजकोषीय वर्ष: बारह माह की वह अवधि, जिसमें व्यापारी और सरकार अपने वित्तीय रिकॉर्ड व्यवस्थित रखते हैं। यह चक्र अनिवार्यतः कैलेंडर वर्ष में नहीं आता, इसलिए इसे राजकोषीय वर्ष के तौर पर भी जाना जाता है।

Free Cash Flow -मुक्त नकदी प्रवाह: मुक्त नकदी प्रवाह की गणना करने के लिए परिचालित नकद प्रवाह में से पूँजीगत व्यय और लाभांश को घटाना होता है। मुक्त नकदी प्रवाह का उपयोग लाभांश के भुगतान, स्टॉक के बायबैक या ऋण चुकाने में किया जा सकता है।

Fundamental Analysis -मूलभूत विश्लेषण: प्रतिभूति मूल्यांकन पद्धति, जिसमें कंपनी के वित्त और परिचालन, विशेष रूप से बिक्री, उपार्जन, वृद्धि संभावना, आस्तियाँ/ऋण अनुपात, प्रबंधन और प्रतिस्पर्धा का विश्लेषण करना शामिल है। इस मूल्यांकन पद्धति द्वारा कंपनी के तात्त्विक मूल्य को खोजा और बाजार में कम मूल्यांकन वाले स्टॉक को ढूँढ़ा जाता है।

Futures -फ्यूचर्स: किसी कमोडिटी या फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को निश्चित भाव पर पूर्व निर्धारित तारीख पर खरीदने या बेचने का अनुबंध।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -G-

Goodwill -गुडविल: कंपनी की अमूर्त आस्ति, जैसे मजबूत ब्रांड नाम या साख।

Gross Profit -सकल लाभ: विक्रय लागत में से कर घटाने के बाद प्राप्त शुद्ध बिक्री।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -H-

Hedge -हेज: किसी प्रतिभूति में जोखिम को कम करने के लिए उससे संबंधित प्रतिभूति में ऑफसेटिंग पोजीशन लेना।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -I-

Income -आय: ब्याज या लाभांश भुगतान द्वारा प्राप्ति निवेश का एक अंश। यह राशि व्यक्तिगत साधारण आय कर दरों के कराधीन होती है।

Index Fund -इंडेक्स फंड: वह म्यूचुअल फंड, जिसका पोर्टफोलियो एस एंड पी 500 या निफ्टी जैसे किसी सूचकांक से मेल खाता हो। इसके द्वारा फंड पूरे बाजार के प्रदर्शन को दरशाता है।

Inflation -मुद्रास्फीति: वह दर, जिस पर वस्तुओं एवं सेवाओं के मूल्य सामान्य स्तर से बढ़ जाते हैं। आमतौर पर इसका पैमाना उपभोक्ता मूल्य सूचकांक या उत्पाद मूल्य सूचकांक होता है।

Initial Investment -प्रारंभिक निवेश: वह धनराशि, जो म्यूचुअल फंड में पहले निवेश हेतु आवश्यक है।

Initial Public Offering (I.P.O.) -इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग: कंपनी द्वारा जनता को बेचा गया पहला स्टॉक। आमतौर पर ऐसा युवा कंपनी अपने आगामी विस्तार व विकास हेतु पूँजी जुटाने के लिए करती है।

Insider Trading -भेदिया व्यापार: शेयरों का अवैध विक्रय या क्रय, जो किसी ऐसे व्यक्ति ने किया हो, जो कंपनी की अंदरूनी जानकारी रखता है। उदाहरण के लिए, वह अधिकारी, जो इस बोध के साथ शेयर खरीदता है कि जल्द ही उसकी कंपनी नई खोज की घोषणा करने वाली है, तो यह अवैध भेदिया व्यापार को अंजाम देना है।

Institutional Investor -संस्थागत निवेशक: वे लोग, जिनके पास निवेश करने के लिए बड़ी मात्रा में धनराशि है, जैसे निवेश कंपनियाँ, म्यूचुअल फंड्स, ब्रोकरेज, बीमा कंपनियाँ तथा एंडोमेंट फंड्स। संपूर्ण बाजार में संस्थागत निवेशकों की भूमिका प्रमुख होती है।

Interim Dividend -अंतरिम लाभांश: वित्त वर्ष के दौरान वार्षिक आय की गणना के पूर्व ही कंपनी द्वारा आंशिक लाभांश की घोषणा और वितरित करना, जो केवल निदेशकों द्वारा अधिकृत होता है।

Internal Rate of Return (I.R.R.)  -आंतरिक प्रतिलाभ दर: आंतरिक प्रतिलाभ दर -आई.आर.आर.: एक मीट्रिक है, जो पूँजीगत बजट में लाभप्रदता को मापने में उपयोग होता है। आंतरिक प्रतिलाभ दर (IRR) एक मीट्रिक है, जो संभावित निवेशों की लाभप्रदता को मापने में उपयोग होता है।

Inventory -माल-सूची: कंपनी के कच्चे माल, प्रक्रियागत कार्य, परिचालन में उपयोग होनेवाला साज-सामान और तैयार माल का मौद्रिक मूल्य है। बैलेंस शीट में माल का अधिक होना विक्रय में सुस्ती या अधिक उत्पादन को दरशाता है। माल-सूची को तरल आस्ति माना जाता है, क्योंकि इन्हें आसानी से नकद में बदला जा सकता है।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -L-

Liability -देयता: लिया गया ऋण चुकाने का दायित्व या कर्तव्य अथवा जिम्मेदारी पूरी करना।

Liquidation -परिसमापन: किसी चीज को बेचना, आस्तियों को नकद में बदलना। किसी ग्राहक द्वारा खरीद का भुगतान न करने की स्थिति में मार्जिन विभाग द्वारा की गई काररवाई।

Liquidity -तरलता: किसी अस्ति को नकद में परिवर्तित करने में आसानी।

Liquidity Ratio -तरलता अनुपात: शेयर के भाव को एक प्रतिशत अंश ऊपर या नीचे गति करवाने के लिए आवश्यक धनराशि परिमाण। उच्च अनुपात का अर्थ है कि उसका भाव बदलने के लिए तुलनात्मक रूप से भारी ट्रेडिंग की आवश्यकता है, जबकि कम तरलता अनुपात इस बात का सूचक है कि स्टॉक तुलनात्मक रूप से कम मात्रा में गति कर पाएगा।

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Share Market Terminology in Hindi

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -N-

Net Earnings -Net Income: शुद्ध उपार्जन -शुद्ध आय: इसे बॉटम लाइन के रूप में भी जाना जाता है। यह कंपनी का हर तरह की लागत, व्यय और कर भुगतान के बाद प्राप्त हुआ मुनाफा है। इसकी गणना के लिए कारोबार, मूल्य-ह्रास, ब्याज और कर लागत को राजस्व में से घटाया जाता है। इसे शुद्ध आय या शुद्ध मुनाफा भी कहते हैं।

Net Margin -शुद्ध अंतर: सभी लागत, व्यय और कर घटाने के बाद कंपनी की लाभप्रदता का पैमाना। इसकी गणना के लिए शुद्ध उपार्जन को राजस्व से भाग दिया जाता है। इससे प्राप्त प्रतिशत कंपनी की परिचालन दक्षता है।

New Issue -नया इश्यू: वह कंपनी, जो बाजार में पहली बार प्रतिभूति जारी कर रही है या अतिरिक्त शेयर जारी कर रही है।

NTF -एन.टी.एफ.: नो ट्रांजेक्शन फीस, यह ऐसे म्यूचुअल फंड्स को व्याख्यायित करता है, जिसमें लेन-देन फीस नहीं ली जाती।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -O-

Open-End Fund -ओपन-एंड फंड: वह म्यूचुअल फंड, जो निरंतर शेयर प्रस्तावित करने के साथ ही शेयरधारकों द्वारा मोचित किए जानेवाले किसी भी शेयर को खरीदने के लिए हर समय तैयार रहता है।

Operating Margin -परिचालन सीमांत राशि: गैर-नकद प्रभारों के पूर्व कंपनी की लाभप्रदता। यह कंपनी की परिचालन दक्षता का पैमाना है। परिचालन सीमांत राशि की गणना ई.बी.आई.टी.डी.ए. को राजस्व से भाग देकर 100 से गुणा कर की जाती है।

Option -ऑप्शन: वह अनुबंधन, जो ग्राहक को पूर्व निर्धारित मात्रा में आधारभूत प्रतिभूतियों को तय समयावधि के भीतर पूर्व निर्धारित भाव पर खरीदने (कॉल) या बेचने (पुट) का अधिकार प्रदान करता है।

Ordinary Shares -साधारण शेयर: शेयरों का सबसे आम प्रारूप। इसे साधारण स्टॉक भी कहा जाता है।

Over-The-Counter Market -O.T.C.: -ओवर-द-काउंटर मार्केट: दूरभाष और दूरसंचार प्रणालियों का संयुक्त नेटवर्क, जिस पर गैर-सूचीबद्ध प्रतिभूतियाँ और अन्य इश्यू ट्रेड करते हैं।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -P-

Payout Ratio -भुगतान अनुपात: प्रति-शेयर-उपार्जन का वह प्रतिशत, जिसे लाभांश के रूप में दिया जाता है। इसकी गणना के लिए त्रैमासिक लाभांश को त्रैमासिक ई.पी.एस. से भाग देकर इसे 100 से गुणा किया जाता है।

Penny Stocks -पेनी स्टॉक्स: प्रतिभूतियाँ, जिनका भाव बेहद कम रखा गया हो। यह अकसर अत्यधिक सट्टे वाला निवेश होता है।

Portfolio -पोर्टफोलियो: निवेशक की मिश्रित निवेश होल्डिंग, जिसमें नकद, स्टॉक, बॉण्ड, म्यूचुअल फंड्स और रियल एस्टेट शामिल हो।

Portfolio Turnover -पोर्टफोलियो टर्नओवर: म्यूचुअल फंड्स का पोर्टफोलियो ट्रेडिंग गतिविधि पैमाना। इसकी गणना के लिए कम क्रय या विक्रय को वर्ष के कुल औसत आस्ति मूल्य से भाग दिया जाता है।

Premium -Bonds: प्रीमियम -बॉण्ड्स: वह बॉण्ड, जो वर्तमान बाजार भाव पर बिक रहा हो, जो उसकी फेस वैल्यू से अधिक है। बॉण्ड उस समय प्रीमियम पर विक्रय होते हैं, जब बॉण्ड का कूपन प्रचलित दरों से अधिक हो।

Pre-Tax Margin -कर-पूर्व मार्जिन: किसी कंपनी की कर भुगतान से पहले की लाभकारिता। इसकी गणना के लिए कर-पूर्व उपार्जन को राजस्व से भाग दिया जाता है।

Primary Market -प्राथमिक बाजार: नई प्रतिभूतियों का वह बाजार, जहाँ इन्हें सीधे जारीकर्ता से खरीदा जा सकता है।

Privatization -निजीकरण: राज्य-चालित कंपनी के शेयर जनता को बेचकर उसे पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बदलना।

Prospectus -विवरणिका: नए सिक्यूरिटी इश्यू का विस्तृत दस्तावेज, जो इसकी शर्तें, जारीकर्ता, अधिकारी, पब्लिक अकाउंटिंग फर्म, कानूनी सलाहकार तथा प्रमुख कारोबार के बारे में बताता है। इसमें इश्यू खरीदनेवाले ग्राहक को उपलब्ध करवाने हेतु सभी प्रतिभूति नियम होते हैं।

Public Market -सार्वजनिक बाजार: वह सूचीबद्ध, एक्सचेंज, जिसके द्वारा जीरो-कूपन निवेश को बेचा या खरीदा जा सकता है।

Put -पुट: वह ऑप्शन, जो कॉण्ट्रेक्ट धारक को आधारभूत प्रतिभूतियों के शेयरों को पुट राइटर को विशिष्ट नियत भाव पर निर्दिष्ट संख्या में समाप्ति तारीख तक बेचने का अधिकार देता है।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -Q-

Quick Ratio -त्वरित अनुपात: इसे ‘एसिड टेस्ट’ भी कहा जाता है। यह कंपनी की वित्तीय स्थिति का सूचक है। इसकी गणना के लिए वर्तमान आस्तियों और कम हुए माल को वर्तमान देयताओं से भाग करते हैं।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -R-

Rate Of Return -रिटर्न दर: यह मानते हुए कि सभी वितरण मौजूदा रिटर्न दर पर पुनः निवेश करेंगे, विनिर्दिष्ट समयावधि के भीतर लाभ व हानि का प्रतिशत।

Redemption -मोचन: डेब्ट इंस्ट्रूमेंट का अग्र भुगतान, जिसमें निवेशक को शेष मूल धन राशि चुकाई जाती है।

Redemption Fee -मोचन शुल्क: वह शुल्क, जो म्यूचुअल फंड में से आस्तियों को विनिर्दिष्ट समय से पहले निकालने पर लागू होता है। अकसर यह फंड में शुरुआती निवेश के बाद 60 से 90 दिन की अवधि होती है।

Retained Earnings -प्रतिधारित उपार्जन: उपार्जन का वह भाग, जिसे लाभांश के तौर पर नहीं दिया जाता, बल्कि इनके पुनर्निवेश हेतु फर्म इन्हें अपने पास रखती है।

Return -रिटर्न: निर्धारित समय के दौरान निवेश से उपार्जित धनराशि।

Return on Assets (R.O.A.) -आस्तियों पर प्रतिलाभ: कंपनी की लाभप्रदता का पैमाना। इसकी गणना के लिए बीते राजकोषीय वर्ष में उपार्जित शुद्ध आय को कुल आस्तियों से भाग देना होता है। इसमें कंपनी की देयताओं पर ध्यान नहीं दिया जाता।

Return On Equity (R.O.E.) -इक्विटी पर प्रतिलाभ: कंपनी की लाभप्रदता का सूचक। इसकी गणना के लिए बीते राजकोषीय वर्ष की शुद्ध आय को शेयरधारक की इक्विटी से भाग दिया जाता है, जो दरशाता है कि कंपनी शेयरधारक के धन का कितनी दक्षता सहित उपयोग कर रही है।

Revenues -राजस्व: कंपनी द्वारा अपना उत्पाद और/या सेवाएँ बेचने पर प्राप्त कुल धनराशि।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -S-

Savings Bonds -सेविंग्स बॉण्ड्स: पंजीकृत अप्रतिदेय, बेचे न जा सकनेवाले बॉण्ड, जो छूट पर बेचे गए हों तथा परिपक्व होने पर फेस वैल्यू पर मोचनीय हों।

Secondary Market -सेकंडरी मार्केट: वह बाजार, जहाँ शुरुआती प्रस्ताव के बाद प्रतिभूतियों का सौदा होता है।

Secondary Offerings -सेकंडरी प्रस्ताव: कंपनी का बाजार में अपने पहले प्रस्ताव के बाद अतिरिक्त स्टॉक बेचना, जिससे कुछ अतिरिक्त पूँजी जुटाई जा सके।

Sector Funds -सेक्टर फंड्स: म्यूचुअल फंड्स, जिनका ध्यान किसी विशेष उद्योग में निवेश पर केंद्रित रहता है, विविधता की कमी के कारण इन फंड्स में अत्यधिक जोखिम रहता है।

Securities -प्रतिभूतियाँ: निवेश उत्पादों का वर्णन करनेवाला पारिभाषिक शब्द, जिसमें स्टॉक, ट्रेजरी स्टॉक, बॉण्ड, डिबेंचर आदि शामिल हैं। इसमें निश्चित वार्षिकी (फिक्स्ड एन्युटी) और बीमा पॉलिसी शामिल नहीं होते।

Shareholder -शेयरधारक: वह व्यक्ति या इकाई, जिसका किसी कॉर्पोरेशन में शेयर हो।

Shareholder’s Equity -शेयरधारक की इक्विटी: कंपनी की कुल आस्तियों और कुल देयताओं के बीच अंतर होता है। कई बार इसे कुल मूल्य या बही मूल्य भी कहा जाता है। शेयरधारक की इक्विटी कंपनी में शेयरधारक के स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करती है। देखें—प्राइस/बुक रेशियो।

Standard Deviation -मानक विचलन: सांख्यिकीय शब्द, जो औसत के अनुसार विविधता का वर्णन करता है। यह बीते रिटर्न देखकर फंड या पोर्टफोलियो की ऐतिहासिक अस्थिरता का आकलन करता है। प्रामाणिक विचलन जितना उच्च होगा, अस्थिरता की संभावना भी उतनी ही अधिक होगी।

Stock -शेयर: कंपनी में स्वामित्व का अंश, कंपनी के उपार्जन एवं आस्तियों में समानुपाति दावे को दरशाता है।

Stop-Loss -स्टॉप-लॉस: वह स्टॉप ऑर्डर, जिसे वर्तमान भाव से नीचे बेचने को कहा गया हो, आमतौर पर ऐसा अस्थिर स्टॉकों में किया जाता है, जिससे स्टॉक के अत्यधिक गिरने पर संभावित नुकसान को सीमित किया जा सके।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -T-

Technical Analysis -तकनीकी विश्लेषण: मार्केट डाटा पर आधारित प्रतिभूतियों की विश्लेषण पद्धति, जैसे बाजार के भावी रुख की भविष्यवाणी करनेवाले प्राइस चार्ट और वॉल्यूम। माना जाता है कि निवेशक की मानसिकता का बाजार पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। इससे ऐसे पैटर्न उत्पन्न होते हैं, जिन्हें उपयोग कर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि प्रतिभूतियों के भाव बढ़ेंगे या घटेंगे। बुनियादी विश्लेषण के विपरीत, तकनीकी विश्लेषण में कंपनी के तात्त्विक मूल्य को समझना आवश्यक नहीं होता है।

Term Maturity -मियादी परिपक्वता: किसी इश्यू के वे बॉण्ड, जो एक ही दिन परिपक्व होने हों।

Ticker -टिकर: डिजिटल स्क्रॉलिंग डिस्प्ले, जिस पर ट्रेड हो रही प्रतिभूतियों के भाव और संख्या प्रदर्शित होते हैं।

Trade -ट्रेड: वह सौदा, जिसमें एक पक्ष प्रतिभूति को दूसरे पक्ष से खरीदता है।

Trade Confirmation -ट्रेड पुष्टि: सौदे से संबंधित जानकारी और सत्यापन। इसे ग्राहक को सौदे की तारीख के बाद वाले पहले कार्य दिवस पर या उससे पहले भेजा जाता है।

Turnover Ratio -टर्नओवर रेशियो: फंड का पोर्टफोलियो कितनी बार ट्रेड या एक्सप्रेस हुआ है, इसका प्रतिशत पैमाना। उदाहरण के लिए, एक फंड, जिसका टर्नओवर 50 प्रतिशत हो, वह साधारणतः प्रतिवर्ष आधे पोर्टफोलियो को परिवर्तित कर देता है।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -V-

Volatility -उतार-चढ़ाव: विशिष्ट समयावधि के दौरान प्रतिभूति की भाव गतिविधि का सापेक्ष पैमाना, जिसकी गणितीय गणना के लिए दैनिक भाव परिवर्तन के मानक विचलन का उपयोग किया जाता है।

Voting Trust -मताधिकारी न्यास: किसी न्यासी के पास निश्चित समयावधि के लिए मताधिकार अधिकारों सहित शेयरों को जमा करना।

Share Market Terminology for Beginners in Hindi -W-

Warrant -वारंट: एक प्रतिभूति, जो निश्चित भाव पर निश्चित संख्या में साधारण स्टॉक खरीदने की दावेदार हो। अधिकांश वारंट किसी खास तारीख को समाप्त हो जाते हैं, लेकिन कुछ कभी समाप्त नहीं होते।

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अंतिम शब्द

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