दोस्तों इस लेख (Think and Grow Rich in Hindi by Napoleon Hill) के माध्यम से में आपसे आज Napoleon Hill की बुक Think and Grow Rich की समरी आपसे साझा करूँगा। जिससे आप सीखेंगे कि कामयाब लोग किस तरह से सोचते हैं और कैसे काम करते हैं। आप कैसे खुद को कामयाब व्यक्ति की तरह सोचना सीखा कर कैसे खुद को कामयाब बना सकते हैं और अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। तो बिना किसी देरी की करते है काम की बात
विषय सूची
STEP-1: इच्छा – (डीजायर)
कुछ बड़ा हासिल करने के लिए हमारे अंदर एक बड़ी इच्छा होनी चाहिए। जब आप किसी चीज़ को पूरे दिल से चाहते है तो वह हकीकत बनके आपके सामने आ जाती है। अपने सपने के बारे में लगातार सोचने से आप उसे पाने के रास्ते ढूढने लगते है।
कामयाबी आपको तभी मिलेगी जब आपको पता होगा कि आप क्या हासिल करना चाहते हैं।ऑथर ने 6 स्टेप का एक तरीका बताया है जिससे आप धन की इच्छा को पूरा कर सकते है।
सबसे पहले आप यह सोचिए कि आपको कहाँ तक जाना है या कितना पैसा कमाना चाहते है, आपको एक फिक्स अमाउंट सोचना है ताकि आप अपना सपना सच में पूरा कर सके।
दूसरा स्टेप है कि आपको ये तय करना होगा कि इतना पैसा कमाने के लिए आप क्या कर सकते है। कुछ पाने लिए आपको कुछ देना भी होगा।
तीसरा स्टेप है कि आपको एक निश्चित तारीख निर्धारित करना जिस दिन आप अपनी इच्छित अमाउंट पाने का इरादा रखते है।
चौथा स्टेप है कि एक निश्चित योजना सोचना जिससे आप ये पैसा पा सके और उस योजना पर आपको बिना झिझके आगे बढ़ना है।
पांचवा स्टेप है कि आप अपनी योजना को कहीं लिख ले। और आखिर में छठा स्टेप है कि जब आपके पास आपका पूरा प्लान आ जाए तो आप उसे दिन में दो बार पढ़िए-सुबह उठने के बाद और रात में सोने से पहले। ऐसा कर के आप अपने काम पर नजर रख सकते हैं और उसे करने के लिए खुद को मोटिवेट कर सकते हैं।
Think and Grow Rich In Hindi
STEP-2 FAITH, यानी अटूट विशवास
जब हमें पोजिटिव ख्याल आते है तो हमारे साथ खुद ही सब कुछ अच्छा होने लगता है। लेकिन जब हम नेगेटिव सोचते है तो बुरी चीज़े अपने आप होने लगती है।
अगर हमें ये विश्वास होने लगे कि हम अपने हालात नहीं बदल सकते तो इसका मतलब कि हमने अपनी बदकिस्मती खुद लिखी है। क्योंकि जैसा हम अपने दिमाग को बनायेंगे वही चीज़े सच में होने लगेंगी।
हमारी धारणाएँ बहुत शक्तिशाली होती है, आपको अपने मन में दृढ़ विश्वास करना होगा कि जो आप चाहते हैं, वह आपको ज़रूर मिलेगा क्योंकि अटूट विश्वास से ही इच्छाएँ पूरी होती हैं।
अगर आपको अटूट विश्वास करने में मुश्किल होती है, तो इस बात को अपने मन में बार-बार दोहराएँ की, आप जो चाहते है वह पा सकते हैं, और आपकी इच्छा ज़रूर पूरी होगी।
बस एक बार अपने मन में अमीर होने का ख्याल बैठा लीजिये फिर आपका यकीन आपके लिए सारी लिमिटेशन को हटाकर आपको सफलता दिला देगा
STEP-3: Auto-Suggestion – मतलब आत्म सम्मोहन
आटो-सजेशन में हम उन चीज़ों के बारे में सोचते हैं जो हम करना चाहते हैं, जिसे करने से हम खुद को कामयाबी की तरफ ले जा सकते हैं।
जब हम बार-बार उस बात को खुद से कहते रहते हैं तो एक समय आता है जब हमारा दिमाग उसे सच मान लेता है और हम उस काम को करने के लायक हो जाते हैं।
इसलिए तो कहते है कि अपने दिमाग में हमेशा पोजिटिव विचार भरे। ये बात हर दिन दोहराए कि आप क्या चाहते है। अपनी इस चाहत को अपनी आदत बना ले।
फिर एक दिन आपकी यही आदत आपको असल में ऐसे मौके देगी जिससे आपकी सफलता एक हकीकत बन जायेगी। दोस्तों आटो-सजेशन की मदद से हम खुद पर भरोसा करना सीख सकते हैं और हर वह काम कर सकते हैं जो हम करना चाहते हैं।
Think and Grow Rich in Hindi by Napoleon Hill
Socho aur Amir Ban Jao
STEP 4: SPECIALIZED KNOWLEDGE – मतलब विशेष ज्ञान
कामयाब लोग हमेशा अपने ज्ञान को बढ़ाते रहते हैं। वे जानते हैं कि वे जितना ज़्यादा पढ़ेंगे उतने ही कामयाब बनेंगे।
कामयाब होने के लिए हमें सामान्य ज्ञान नहीं बल्कि विशेष ज्ञान की ज़रूरत होती है, और सिर्फ़ विशेष ज्ञान लेना ही काफी नहीं है बल्कि इसका इस्तेमाल करना भी ज़रूरी है।
सिर्फ़ नॉलेज हासिल करने से कोई सफल हो होता तो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और साइंटिस्ट दुनिया कि सबसे महान और कामयाब लोग होते, लेकिन ऐसा नहीं है।
कुछ बड़ा करने के लिए सिर्फ़ ज्ञान की ही नहीं, बल्कि विशेष ज्ञान की ज़रूरत होती है। विशेष ज्ञान को हासिल करने के लिए आपको किसी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने की ज़रूरत नहीं है ना हीं आपको किसी डिग्री की ज़रूरत है।
आप बिना स्कूल गए भी बहुत-सी जानकारी हासिल कर सकते हैं। इसके लिए आप अलग-अलग लेखकों की किताबें पढ़िए, सेमिनार या किसी एजुकेशनल प्रोग्राम में जाइए।
विशेष ज्ञान मतलब अपने कार्य क्षेत्र का ज्ञान उद्धारहण के लिए कोई महान खिलाड़ी मात्र कॉलेज की पढ़ाई करने से खिलाड़ी नहीं बनता, उसे अपने खेल के बारे में विशेष ट्रेनिंग लेना पड़ता है और लगातार प्रैक्टिस करना पड़ता है, जिससे वह एक महान खिलाड़ी बनता है।
STEP 5: IMAGINATION – मतलब कल्पना करना
एल्बर्ट आइंस्टाइन ने कहा था-बुद्धिमान होने का मतलब यह नहीं है कि आप कितना जानते हैं, बुद्धिमान होने का मतलब यह है कि आप कितनी कल्पना कर सकते हैं।
कल्पना करना ही एक ऐसा तरीका है जिसकी मदद से हम अपने सपनों को आइडियाज़ में और अपने आइडियाज़ को हकीकत में बदल सकते हैं।
दुनिया के महान लोगों ने, कामयाबी हासिल करने के लिए कल्पना का इस्तेमाल किया है। महान लोग जो भी बनना चाहते थे, पहले अपने दिमाग में उसकी कल्पना करते हैं।
उदाहरण के तौर कोई भी वैज्ञानिक किसी वस्तु या मशीन का आविष्कार करने से पहले, दिमाग में उस चीज की कल्पना करता है कि बनने के बाद वह कैसी दिखेगी, और कैसे काम करेगी।
आज जो जितनी भी चीज़े हम अपने आस-पास देखते है, जैसे इंटरनेट, मोबाइल या सोशल मिडिया इन सबके पीछे किसी का कल्पना ही है।
अगर आप चाहते हैं कि आपके कल्पना करने की क्षमता बरकरार रहे तो आप समय-समय पर कल्पना करते रहिए।
आप जितनी ज़्यादा कल्पना करेंगे आपके कल्पना करने की क्षमता उतनी ज़्यादा बढ़ेगी। इससे आप समय के साथ और कामयाब बन सकते हैं।
STEP 6: ORGANIZED PLANING
जब तक आपके पास कोई पक्की योजना नहीं है तबतक आप सफल नहीं हो सकते। प्लानिंग ही आपकी इच्छा को पूरी करने का पहला स्टेप होता है।इसलिए किसी भी काम को करने से पहले, उसकी पूरी योजना बना लीजिये और उसे एक कागज पर लिखिए। अगर आपका पहला योजना फेल हो जाता है तो दुसरे पर काम कीजिये।
और अगर दूसरा वाला भी नहीं चलता तो भी हार ना माने और तब तक नयी योजना बनाते रहिये जब तक कोई ठोस योजना हाथ नहीं लगता। याद कीजिये कि किस तरह थॉमस एडिसन ने दस हज़ार बार कोशिश की थी तब जाकर वे लाइट बल्ब बनाने में सफल हुए थे।
दूसरा एक्साम्पल है हेनरी फोर्ड का, हेनरी फोर्ड सिर्फ़ अपनी इंटेलिजेंस के कारण सफल नहीं हुए, वह अपनी योजनाओं के कारण ही गाड़ियों के बिजनेस के बादशाह बनने में कामयाब हुए।
STEP 7: DECISION
अमीर लोग कोई भी डिसिजन लेने में अपना टाइम बर्बाद नहीं करते बल्कि डिसिजन लेने के बाद अगर उसमे कोई कमी रह जाती है तो उनमें धीरे-धीरे ज़रूरी बदलाव करते है।
अमीर लोग आसानी से लोगो की बातो के प्रभाव में नहीं आते बल्कि खुद के आईडिया पर भरोसा रखते है। जब आप किसी काम को करने का डिसिजन लेते हैं, तो आपको उस पर अटल रहना चाहिए। आपको अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए, अपनी टीम के मेंबर्स के अलावा किसी और व्यक्ति की, सलाह नहीं लेनी चाहिए।
हेन्री फोर्ड को ले लीजिए जो अपने तुरंत फैसलों और मज़बूत इरादों के लिए जाने जाते थे। उनकी इन्ही काबिलियत के वजह से उन्हें , “T” मॉडल की कार बनाने की प्रेरणा मिली । जबकि उनके कई एडवाइज़रो ने उन्हें कार का डिजाइन, बदलने की सलाह दी | लेकिन फोर्ड नहीं माने और मॉडल टी बनाते रहे और अपने फैसले पर अटल रहे । Ford सही साबित हुए और “T” मॉडल उस जमाने में, सबसे ज्यादा बिकने वाली गाड़ी बन गई ।
सही समय पर सही फैसला लेना, और उस पर अटल रहना ही, Henry Ford की सफलता का राज़ था। इसलिए दोस्तों अपने अंदर की पुकार सुने सही डिसीजन ले। सही डिसीजन लेने का मतलब है की आपको क्या चाहिए और ये बात आपको पता हो।
Socho Aur Amir Ban Jao
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STEP 8: PERSISTENCE – यानी दृढ़ता
ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो एक बार फेल होते ही हार मान लेते है और अपनी सपनों को जीना छोड़ देते है। कई बार तो ऐसा लगता है कि कोई छुपा हुआ गाइड हमें परखने के लिए ही हमारे रास्ते में बहुत सारी रूकावटे डाल रहा है”.” हार हमारी विल पॉवर को परखने का बस एक तरीका है।
जब आप बिना रुके लगातार आगे बढ़ने की आदत बना लेते है तो हार कभी भी आपके रास्ते की रुकावट नहीं बनेगी. सफल होने के लिए जिद्दी होना बहुत जरूरी है। लोग हमेशा आप से यह बात कहेंगे कि आप यह काम नहीं कर सकते लेकिन ऐसे लोगों की बात ना सुनने में ही आपकी भलाई है। अगर आप सबके विचारों के हिसाब से काम करेंगे तो कुछ भी नहीं कर पाएंगे।
STEP 9: POWER OF MASTER MIND
दोस्तों मास्टर माईंड का मतलब होता है एक निश्चित उदेश्य की प्राप्ति के लिए दो या दो से अधिक लोगो के बिच सद्भाव की भावना के साथ ज्ञान और प्रयास का आदान प्रदान। कोई भी व्यक्ति खुद को मास्टर माईंड का लाभ उपलब्ध कराये बिना महान शक्ति को प्राप्त नहीं कर सकता इसलिए दोस्तों इंसान सिर्फ उन्ही लोगों के स्वभाव, आदतें और विचारों की शक्ति धारण करता है जिसके साथ वह सहानुभूति और सद्भाव की भावना से जुड़ता है।
आपने कई बार देखा होगा कि जब आप किसी व्यक्ति से बात करते हैं तो उससे बात करते-करते आपको अपने लिए कोई ना कोई नया आईडिया मिल जाता है । ये आईडिया शायद आपको नहीं मिलता अगर उस व्यक्ति से आपकी बातचीत ना होती ।
इसलिए आप अपने फील्ड के लोगों से दोस्ती करें और उनके साथ अपना ग्रुप बनाएं । अमेरिका के मशहूर उद्योगपति Andrew Carnegie के ग्रुप में लगभग 50 लोग थे जो उनके साथ अपने ideas शेयर करते थे, लोहा बनाने और बेचने के लिए मीटिंग करते थे। इन 50 लोगों के ग्रुप की वजह से ही Andrew Carnegie America में स्टील के सबसे बड़े बिजनेसमैन बने। दोस्तों आप भी ऐसा करके अपने फील्ड में आगे बढ़ सकते है और सफलता प्राप्त कर सकते है।
STEP 11: THE SUBCONSCIOUS MIND
अवचेतन मन, इंसान के सीमित मस्तिष्क और अनंत ज्ञान के बीच की जोड़ने वाली कड़ी है। यह ऐसा माध्यम है जिससे कोई व्यक्ति इच्छा से अनंत ज्ञान की शक्तियों को आकर्षित कर सकता है। अपने सब-कोंशेस को मजबूत करने के लिए अपने दिमाग में पैसा , प्यार, जोश, और उम्मीद से भरे ख्याल लाईये।
कभी भी अपने दिमाग में नेगेटिव विचार नहीं आने दे। नेगेटिव सोचने से आपको कभी भी सफलता नहीं मिल सकती और ना ही आप अमीर बन सकते है। इसलिए हमेशा अपने दिमाग में पोजिटिव ख्याल की कोशिश कीजिये ताकि आप इसे और बेहतर समझ सके।
STEP 12: THE BRAIN – यानी हमारे दिमाग की शक्ति
इंसान का दिमाग दुनिया की सबसे शक्तिशाली मशीन है जिस का मुकाबला कोई सुपर कंप्यूटर भी नहीं कर सकता। इसे सेंडिंग और रीसिविंग डीवायस दोनों के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। क्या आप जानते है कि हमारे दिमाग के सेरेबल कोर्टेक्स (cerebral cortex) में दस से लेकर चौदह खरब नर्व सैल्स पाई जाती है और ये सारी सैल्स एक खास तरीके के आर्डर के हिसाब से व्यवस्थित है।
नर्व सैल्स के अर्रेंज्मेंट का ये तरीका हम इंसानों को फिजिक्ली और मेंटली काम करने लायक बनाता है। हमारे इमोशनल और मेंटल स्टेट के लिए भी हमारा ब्रेन ही जिम्मेदार होता है। ये वही दिमाग है जो हम सबके पास है लेकिन हम सब उसकी शक्ति का पूरा इस्तेमाल नहीं करते।
आप अपने दिमाग की शक्ति को पहचाने उसे कोई काम करने को दें और फिर देखें की वो उसे कैसे हैंडल करता है, आपको सिर्फ अपने दिमाग की काबिलियत पर विश्वास होना चाहिए। जब आपको अपने दिमाग पर अटूट विश्वास होगा तो वो आपको रास्ता दिखाएगा और आइडियाज भी देगा ।
Think and Grow Rich in Hindi by Napoleon Hill
Think and Grow Rich in Hindi by Napoleon Hill
STEP 13: THE SIXTH SENSE – यानी छठी इंद्री
सिक्स्थ सेस हमारे सब-कोंशेस माइंड का एक हिस्सा है जो हमारी क्रिएटिव इमेजिनेशन को संभालता है। ये ही हमें दुनिया की इनफिनाइट इंटेलिजेंस से जोड़ता है। ये सिक्स्थ सेन्स हमारी मेंटल और स्पिरिचुअल स्टेट दोनों को जोडती है और एक मीडियम की तरह काम करती है जो हमारे दिमाग को इस अनंत ब्रहामंड के साथ कनेक्ट करता है। हमारी सिक्स्थ सेस ना केवल हमें क्रिएटिव आईडियाज देती है बल्कि कई बार आने वाले खतरों का भी इशारा कर देती है।
6th sense एक रिसीवर की तरह काम करती है जिसके जरिए हमारे दिमाग में किसी काम को करने की आईडियाआती हैं । कोई व्यक्ति तब तक कोई चीज़ नहीं बना सकता जब तक उसके दिमाग में उस चीज का स्पष्ट विचार न हो । जब Thomas Edison Light Bulb को बनाने की कोशिश कर रहे थे तो वो रोज़ bulb की स्पष्ट तस्वीर अपने दिमाग में देखते थे।
आप डर को अपने दिमाग से बाहर रखें और पूरा ध्यान अपने goals पर लगाएं। अपने दिमाग में अपने goals को प्राप्त करने की स्पष्ट तस्वीर बनाएं। अपनी पूरी शक्ति और ऊर्जा अपने जीवन के सपनों को पूरा करने में लगाएं । आप जो चाहते हैं उसे प्राप्त कर सकते हैं
Ending Remarks
तो दोस्तों इस आर्टिकल में बस इतना ही आपको ये आर्टिकल कैसी लगी हमें कमेन्ट कर के जरूर बताये। अगर आप इस बुक का कम्पलीट वीडियो समरी देखना चाहते है तो ऊपर दिए लिंक से देख सकते है। लेटेस्ट वीडियो को देखने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूले।
अपना बहुमूल्य समय देने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रिया
Wish You All The Best