The 50th Law Book Summary in Hindi by Robert Greene

The 50th Law Book Summary in Hindi by Robert Greene : आज मैं Robert Greene and Rapper 50 Cent की बुक The 50th law की समरी यानी की The 50th Law Book Summary in Hindi by Robert Greene आपसे शेयर करूँगा। दोस्तों  The 50th Law Book में ऐसे तरीकों के बारे में बताया गया है जिनसे आप स्वयं पर नियंत्रण करके सफलता को प्राप्त कर सकते हैं। 50th Law Book Summary पढ़ने के बाद आप आत्मनिर्भर बन सकेंगे और दूसरे लोगों पर आपकी निर्भरता कम हो जाएगी।

The 50th Law Book Summary in Hindi by Robert Greene

The 50th Law Book Summary in Hindi by Robert Greene

The 50th Law Book Summary in Hindi by Robert Greene

तो चलिए शुरू करते हैं

विषय सूची

The 50th Law Book Summary in Hindi

1. निडरता का महत्व

डर एक जेल के समान है, जिसमें क़ैद होकर हम कुछ भी नहीं कर सकते। यदि आप बे-खौफ होकर जियेंगे तभी आप जीवन में सफलता और प्रसन्नता को प्राप्त कर पाएंगे।

डर एक ऐसा बंधक है जो हमारे कार्य करने की क्षमता पर पाबंदी लगा देता है। यदि आप सोचेंगे तो जानेंगे कि आखिर कितनी ही बार हमारा डर सच होता है?  95% टाइम हमारा डर सच नही होता इसलिए बेवजह डरे नही, आप जितना डरेंगे डर उतना ही बढ़ेगा। इससे बेहतर यह है कि हर स्थिति या मुश्किल का निडरता से सामना करें।

2. सच्चाई को पहचानें।

कुछ भी स्वाभाविक तौर पर अच्छा या बुरा नहीं होता। हर किसी के पास अवसर है कि वे घटनाओं की व्याख्या दुर्घटना या सम्भावना के रूप में करें। जीवन का हर क्षण एक अवसर होता है अपने डर से उभर कर उठने का। जब तक आप डर से परें होकर नहीं सोचेंगे तब तक भय अलग-अलग आकार में आकर आपके सामने खड़ा हो जाएगा।

जीवन न साफ तौर पर बुरा है और न ही अच्छा, ये आप जैसा सोचते हैं वैसा है। आप अपनी आंखों पर यदि सकारात्मकता की पट्टी बांध लें तो दुनिया सुखद एवं शांत दिखेगी और जीवन सफल होगा।

50th law ये कहता है कि हम जिस तरह से अपने आस पास की घटनाओं का सामना करते हैं, वह हमारी मानसिकता को निर्धारित करता है। यदि हम अपनी परेशानियों का सामना कर जीवन के प्रति एक निडर रवैया बनाएं तो ही हम जीवन में कुछ अच्छा और महत्वपूर्ण कर सकते हैं।

3. केवल खुद पर निर्भर रहिये

जब आप किसी के लिए काम करते हैं तो वे आपके मालिक बन जाते हैं। आपकी हर छोटी गलती आपके जीवन को उनकी दया पर ला छोड़ती है। अपने time, freedom और creativity का भरपूर लाभ उठायें। आराम अथवा आमदनी की security को अपने पैरो की बेड़ियाँ न बनने दें।

हमारी संस्कृति में ऐसी अनेक बेड़ियाँ हैं जो जीवन को गलत सन्देश देती हैं, जैसे hobbies या नौकरी। इन सभी से विपरीत दिशा में चलें, नए कौशल सीखें और खुद को आत्मनिर्भर होने के लिए प्रशिक्षित करें।

बचपन में हमारी spirit एकदम आज़ाद होती है। लेकिन फिर भी बुक, छोटी-छोटी चीज़ों के लिए हम दूसरों पर निर्भर होते हैं। बड़े होकर भी हमारी आत्मा का एक हिस्सा बचपन जैसी निर्भरता पुनः प्राप्त करना चाहता है। आपको इससे लड़ना है, तभी आपका जीवन मानसिक और शारीरिक स्वतंत्रता की दिशा में प्रगति कर सकेगा।

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4. सकारात्मक दृष्टिकोण एवं आशावादी व्यक्तित्व

जैसे भी हालात हों, उनसे सीखें। हालात बुरे या अच्छे नहीं होते, तो ऐसा मत सोचें कि आपके साथ यदि कुछ अच्छा नहीं हो रहा तो आप बदकिस्मत हैं। Challenges को ताकतवर बनने का अवसर समझिये। Defense-mode पर रहने वाले हमेशा पीछे रह जाते हैं। इसीलिए आप हर बुरी परिस्थिति का सामना attack-mode में करें ये आवश्यक है।

एक अच्छा leader बनने के लिए आपको आम लोगों से अलग मानसिकता रखनी होगी। जब चीज़ें अच्छी भी चल रही हो तो भी सावधान रहें और उनके बुरे होने का सामना करने के लिए तैयार रहे। जब चीज़ें बुरी चल रही हो तो निडर होकर हालातों को बदलें। आपका दिमाग बड़ी से बड़ी जीत लाने के लिए सक्षम है।

आमतौर पर लोग हमेशा अवसर का इंतज़ार करते हैं, पर कामयाब सिर्फ वे होते हैं जो हर क्षण, हर पल, हर छोटी चीज़ को बड़ी सफलता में परिवर्तित करते हैं।

अवसरवादी कैसे बनें।

  • जो भी आपके पास है उसका भरपूर उपयोग करें। चाहे फिर वह आपकी रचनात्मकता हो या डर।
  • बाधा को कामयाबी का दरवाज़ा बनाए। जब भी कोई मुश्किल आती है तो ही आप हालातों से हटकर सोच पाते हैं।
  • अव्यवस्था यानी Chaos में अवसर छुपे पड़े हैं उनको ढूंढ़कर आगे बढ़े।
  • कम तैयार होने पर भी आगे बढ़े। पूरी तरह से तैयार होने की प्रतीक्षा में समय न गवाएं।

5. निरन्तर आगे बढ़े

कुछ भी हो जाये पर अपने प्रवाह (flow) को बाधित न करें। यदि परिस्थितियाँ बदलती है तो उन्हें अपनाएं। अपने विचारों को नया तथा परिस्थितियों को काबू में रखने के लिए कई तरह के लोगों के साथ बातचीत करें।

बचपन से ही हमें हालातों पर काबू करने का प्रयास करना सीखा दिया जाता है। जैसे हम बड़े होते है हमारी सब चीज़ें control करने की अभिलाषाएँ और बढ़ती हैं। इससे हम कभी अपने आस पास के लोगों को दूर करना भी शुरू कर देते हैं।

हर पल बदलते समय से डील करने का सबसे बेहतरीन तरीका है कि आप पानी की तरह बन जाये। बिना किसी डर के नई रचनाएं करें और उनके लिए अपना दिमाग खुला रखें। नया स्टाइल नई दिशा ढूंढें। इसी तरह से आप अपने आस पास के हालातों को समझ कर अपनी भलाई कर पाएंगे।

हारने से न डरें

निर्णायक रूप से ओर ऊर्जा के साथ अभिनय करने से सकारात्मक गति और साहस बढ़ता है।

चार प्रकार (Flows) के प्रवाह में मास्टरी करें।

  • मानसिक प्रवाह:

Leonardo-da-Vinci की संदिग्ध सामाजिक प्रतिष्ठा ने उनके पारंपरिक शिक्षा से वंचित कर दिया जिनके कारण Verrocchio के साथ उनकी प्रिशिक्षुता (apprenticeship) करनी पड़ी। हमेशा ज्ञान के लिए जिज्ञासा रखें आप सफल अवश्य होंगे।

  • भावुक प्रवाह:

लोग आपको नेता के रूप में देखेंगे यदि आप अव्यवस्था (chaos) में भी शांत रहें।

  • सामाजिक प्रवाह:

लोगों को स्वयं स्वतंत्रता से अपने कार्य करने दें। ऐसा करने से वह आपके लिए मेहनत करने में हिचकिचाहट नहीं करेंगे।

Imguar Bergman हमेशा अपनी फिल्मों के अभिनेता या अभिनेत्रियों के ideas को समझकर ही उनके characters को बनाते थे।

  • सांस्कृतिक प्रवाह:

समय-समय पर संस्कृति के प्रति चौकस होकर आप अपने आप को सुदृढ़ करें। Miles Davis समय के साथ अपनी आवाज़ और अपने style को बदल कर हमेशा सुर्खियों में बने रहे।

6. Aggression का समझदारी से इस्तेमाल करें यानी की जानें कब बुरा बनना है।

जब लोग आपके रास्ते में आये तो उन्हें हराने के लिए आपको Aggression का इस्तेमाल करना होगा। इस बात की चिंता मत करें कि सभी लोग आपको पसंद करें। जीवन में संघर्ष और टकराव दोनों का सामना करना पड़ता है। जो भी आप चाहते है, उसे पाने के लिए लोगों को खुश करने की नहीं परन्तु खुद पर विश्वास करने की ज़रूरत है। अपनी बात को रोज़ से ज़्यादा रखने का प्रयत्न करें। इससे आपकी टकराव (confrontation) की चिंता कम होगी।

ज़रूरत पड़ने पर पर्दे के पीछे अकर्मक रहें। अपनी भावनाओं पर control रखें। अपने प्रतिकूलताओं से घृणा न करें, बस अनुकूल दूरी बनाए रखें।

The 50th Law Book Summary in Hindi by Robert Greene

The 50th Law Book Summary in Hindi by Robert Greene

7. सामने से lead करें अपनी authority दिखाएं

शव्दों के साथ नहीं कार्यों के साथ नेतृत्व करें। आश्वस्त रहें, शिकायत न करें और कड़ी मेहनत करें। प्रचार करने से बेहतर है कि प्रयास करें। एक leader बनने के लिए कठिन चुनाव करने तथा लोगों को उनकी इच्छा के विरूद्ध काम करवाने की आवश्यकता होती है। अपनी ऐसी प्रतिष्ठा बनाए की लोग आपको tough और परिणाम लाने में सक्षम समझें। इससे लोग न केवल आपसे प्रेम करेंगे परन्तु आपकी इज़्ज़त भी करेंगे। एक प्रभावी नेता होने के लिए एक नबी (prophet)  के दृष्टिकोण और मानसिकता पर चलें।

एक नेता बनने के लिए आपको ये तीन भूमिकाएं निभानी होंगी।

  1. एक दूरदर्शी व्यक्तित्व।
  2. लोगों को जोड़ कर रखने वाला व्यक्ति।
  3. एक साहसी knight.

8. अपने आस पास के वातावरण को समझें

ज्यादातर उद्यमी (entrepreneurs) एक विचार या idea पहले खोजते है और फिर इसे जारी करने के लिए बाजार। सफलता के लिए इससे विपरीत तरीके से काम करें। अपने आसपास के रुझानों और संस्कृति की एक अंतरंग समझ प्राप्त करें, और फिर उस उत्पाद या सेवा के साथ आएं जो लोगों की मांग को पूरा करे। अपने मूल आधार से हमेशा जुड़े रहें और अपने competition से ज़्यादा अपने ग्राहकों से जुड़ें। अपने विचारों और धारणाओं को जनता द्वारा दी जाने वाली चुनोतियों से डरें नहीं।

और पढ़ें: 48 Laws of power in Hindi by Robert Greene (Shakti ke 48 Niyam)

अपने दर्शकों के साथ कैसे जुड़ें:

  • दूरियों को खत्म करें।
  • आलोचना और प्रतिक्रिया के अनौपचारिक (informal) रास्ते खोलें।
  • अपने base के साथ फिर से connect करें।
  • सामाजिक दर्पण बनाएं।

9. प्रक्रिया का सम्मान करें

अपने प्रतिद्वंद्वियों को मात दें। बोरियत, अभ्यास और कड़ी मेहनत के लम्बे घंटे सहना सीखें। मशहूर करने और धन दिलाने का Shortcut होने का वादा करने वाली योजनाओं का शिकार न हों। समय बिताने के लिए त्वरित, नासमझ मनोरंजन पर निर्भर न रहें। इसके बजाय, अपने चुने हुए शिल्प में पूरी तरह से निवेश करें, जो आपके कौशल को लंबे समय तक आपके लिए और अधिक दिलचस्प बनाकर आपकी मदद करेगा।

जीवन में कोई shortcut नहीं होता। हमारे चारों ओर technology का चलन बढ़ रहा है और  इस युग में असीमित ज्ञान ही सबसे महत्वपूर्ण है। ऐसे समय में आसान कुछ भी नहीं, आप बस विश्वास करना सीखें। ज़्यादा ऊंचे लक्ष्य होने से आपको मदद मिलेगी फिर चाहे वह परिश्रम से bore होने से बचने में हो या काम करने की मुश्किल से बचने के लिए।

पाँच तरीकों से आप प्रक्रिया का सम्मान करना सीख सकते हैं।

  1. छोटी चीज़ों पर महारत हासिल करें।
  2. खुद के लिए rules निर्धारित करें।
  3. हर काम की छोटी detail पर अधिक ध्यान दें।
  4. परीक्षण और त्रुटि के माध्यम से प्रगति करें।
  5. अपनी स्वाभाविक दृढ़ता को पुनः प्राप्त करें।

10. अपनी सीमाओं से परे खुद को धकेलें

अपने दिल में विश्वास रखें कि आप कुछ महान, कुछ विशाल करने के लिए बने है। आपका खुद पर विश्वास आपके अंदर से आता है। अपने अंदर निश्चितता और निर्भीकता को जागरूक करें और लोग आपका अनुसरण (follow) करेंगे।

इंसान की आदत है लोगों को बंद डब्बे में रख कर उन्हें Define करने की, और जब वे आपको नहीं समझ पाते तो वे परेशान होते हैं। ये मनुष्य की आदत है कि लोग उसे जैसा देखना चाहते हैं वे वैसा बन जाता है। परन्तु हर व्यक्ति unique है, आप unique हो और आप के अंदर एक असीमित potential है। इसके माध्यम से आप जो चाहे जैसा चाहे वैसा बन सकते हैं।

तो हमेशा ये सोचो कि आप क्या करने में सक्षम है, न कि लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं। एक निर्णय से आप खुद का जीवन परिवर्तित कर सकते हैं। जब आप risk लेंगे आपके अंदर साहस एवं रचनात्मकता का प्रवाह होगा। लोग आपके आत्म विश्वास की ओर खिंचे चले आते हैं। आत्म विश्वास भगवान की सबसे बड़ी देन है। आप अपने लक्ष्यों की खूबसूरती को समझें उनसे शर्मिंदा न हों।

एक लक्ष्य का होना सफल होने के लिए बहुत ज़रूरी है। जीवन में मकसद की कमी कभी न होने दें। दूसरों की सोच का अपने जीवन पर कोई असर न पड़ने दे। स्वतंत्रता अपने मन की इच्छा को पूरा करने से आती है, न कि लोगो की बाते सुनने से।

पांच strategies अपना के आज़ादी महसूस करें

  1. लोगों को अपने ऊपर label न लगाने दें।
  2. अपने आप को reinvent करें।
  3. हर दिन कुछ हटके करें।
  4. अपनी मंज़िल चुनें।
  5. अपनी अकांशायों पर बाज़ी लगाएं।

11. हर चीज़ खुली मानसिकता से देखें

यह बात हैरान करने वाली है कि लोग अपनी स्थिति, विचारों और विश्वासों के बारे में कैसे सुनिश्चित हैं। जब भी आप यह मानने लगते हैं कि आप पहाड़ की चोटी पर हैं, तो आपका गिरना सुनिश्चित है। पर जब आप जानते हैं कि कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितनी दूर पहुँच जाएं तो हमेशा सीखने और सुधारने के लिए कुछ न कुछ रहता है।

खुला दिमाग होना महत्वपूर्ण है, पहचानें और स्वीकार करें कि आप कुछ गलत कर रहे थे और विभिन्न परिणाम प्राप्त करने के लिए अलग तरह से कार्य करने के लिए तैयार रहें। कल जिससे फायदा हुआ था शायद आज वो काम न करे, जरूरत पड़ने पर मन और क्रिया को बदलने के लिए तैयार रहें।

व्यक्ति की श्रेष्ठता इसी में है कि वह जानता है कि वह कुछ नहीं जानता। उसने अपने दिमाग को चीजों को अनुभव करने के लिए खुला छोड़ दिया क्योंकि वे सभी चीज़े ज्ञान के स्रोत हैं।

तो दोस्तों इस आर्टिकल में (The 50th Law Book Summary in Hindi by Robert Greene) बस इतना ही आपको ये आर्टिकल (The 50th Law Summary in Hindi by Robert Greene) कैसी लगी हमें कमेन्ट कर के जरूर बताये। अगर आप इस बुक का कम्पलीट वीडियो समरी देखना चाहते है तो ऊपर दिए लिंक से देख सकते है।

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