The Great Miracle Book Summary in Hindi

आज मैं आप से अर्नाल्ड फॉक्स और बैरी फॉक्स की book “The Great Miracle” की समरी (The Great Miracle Book Summary in Hindi) शेयर करूँगा। The Great Miracle book, Arnold Fox के एक ख़ास प्रोग्राम Making Miracles के बारे में बात करती है। इसमें अपने जीवन को खुशहाली, स्वास्थ्य और सफलता से भरने के तरीकों के बारे में बात की गई है।

इस पुस्तक के अंदर कई Case Studies के माध्यम से Arnold ने 14 दिन का एक कार्यक्रम तैयार किआ है, जिसके अंतर्गत आपको प्रतिदिन अपने आप से कुछ प्रतिज्ञा यानी affirmation लेनी होगी।

तो आइए जानते हैं इस पुस्तक के अनुसार हर दिन के लिए एक नई Affirmation और उसका महत्त्व:

पहला दिन: Spirit यानी आत्मा कितनी अहम है

Arnold Fox इस में कहते हैं कि ” हम सभी आत्मा के रूप में असीमित पोटेंशियल के साथ पैदा हुए हैं। जब आत्मा अथार्त स्पिरिट कमज़ोर होती है तो शरीर रोता है। आधुनिक चिकित्सा कभी-कभी शरीर की मदद कर सकती है, लेकिन हमारी अधिकांश बीमारियों के लिए सबसे अच्छी दवा सदियों पुरानी है और वह है एक मज़बूत स्पिरिट।

Arnold Fox ने अपने दादाजी का उदहारण देकर कहा है कि उनके दादाजी 80 साल की उम्र में भी अपने सभी दोस्तों से स्वस्थ थे। वह अपने अंतिम सांस तक कमाते रहे और उन्होंने जो राशि अपने वृद्धावस्था के लिए बचा के रखी थी, उसका इस्तेमाल करने की आवश्यकता ही नहीं पड़ी।

ऑथर बताते है कि कमज़ोर स्पिरिट का प्रमुख़ कारण थॉट डिजीज होता है। इसमे स्पिरिट हमेशा थॉट से घिरी रहती है। जिससे शरीर को बहुत हानि पहुँचती है। इससे ये पता चलता है कि आपके शब्द आपके विचारों का प्रतिबिंब है, और आपकी आत्मा आपके शब्दों से मज़बूत होती है। आप अपनी आत्मा को अथवा आपकी आत्मा आपको बनाती है और इसकी क्षमता असीमित है।

The Great Miracle Book Summary in Hindi

The Great Miracle Book Summary in Hindi

दूसरे दिन: अपनी जीवन रूपी किताब में क्या लिखना है?

लेखक एक दृश्य की कल्पना करने को कहते है। तो आईये सबसे पहले आप अपनी आंखे बन्द कर लीजिये और एकांत में एक कुर्सी पर बैठ जाईये। अपने मन की आंखों से, एक बड़ी किताब की कल्पना कीजिये। आपको एक मोटी किताब, सोने की पत्ती में ढकी, एक काली चमकदार सतह पर बैठी हुई नज़र आएगी। किताब के कवर पर, सुंदर सुलेख में आपका नाम लिखा गया है। यह पुस्तक आपके मन का सुसमाचार है, यानी Gospel है।

आप इस गॉस्पेल में क्या लिखते हैं, वह आपके जीवन पर बहुत असर करता है।

आपके दिमाग़ की क़लम एक सावधान सचिव (careful secretary) है, जो आपके हर शब्द, विचार और क्रिया को आपके Gospel में लिखती है। अपने मन में केवल अच्छी बातें लिखना, अपकी आत्मा यानी स्पिरिट को मज़बूत करने का एक शक्तिशाली तरीक़ा है। यह आपके जीवन को स्वास्थ्य सुखद और सफलता से भरपूर बनाता है।

तीसरा दिन: सही और ग़लत के बीच का अंतर तलाशना

दोस्तों, आप भी यदि अपने जीवन में सही और ग़लत के बीच का अंतर तलाशना चाहते हैं तो बाइबिल के इस अध्याय से शिक्षा लें जिसमे बताया गया है कि मछुआरे किस तरह से अपना जाल पानी में डालते हैं, उसे ऊपर खींचते हैं और मछलियों को ध्यान से अच्छे और बुरे ढेर में विभाजित करते हैं।

आपकी स्पिरिट उस मछली की तरह है जिसे आप अपने मानसिक जाल में पकड़ते हैं। अच्छी मछली या बुरी मछली, आपके मानसिक जाल में क्या है, इस पर नियंत्रण करना ज़रूरी है। इसके माध्यम से ही आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी आत्मा ठीक से पोषित है या नही।

आपकी आत्मा आपके मस्तिष्क के रंगों के अनुसार ही अच्छा या बुरा महसूस करती है। आपके ख़्याल ही सबसे अच्छी दवा है। अच्छे विचार आपके स्वास्थ्य को अच्छा बनाते है और बुरे विचार आपके स्वास्थ्य को तकलीफ पहुँचाते हैं।

चौथा दिन: अपना प्याला कभी सूखने दे

इसके लिए सबसे पहले एक शांत कमरे में बैठ कर अपनी आंखें बंद कर ले और ध्यान लगाइये। फिर अपने मन की आँखों से एक खूबसूरत और चमकदार चांदी के कटोरे की कल्पना कीजिये। ये कटोरा एक गहरे काले रंग की मेज पर पड़ा है। अपने मन की आँखों से इसे ग़ौर से देखिए, उस कटोरे पर आपको बड़े-बड़े शब्दों में लिखा नज़र आएगा कि मेरा प्याला बह रहा है और ठीक उसी के नीचे अपने मन की दृष्टि से अपना नाम देखिये। यदि आप ऊपर से इस कटोरे को देखेंगे तो आपको ये एक गहरे समुन्द्र की तरह दिखेगा। ऐसा समुन्दर जो संभावनाओ से भरा है। आप अपने इस प्याले को असीमित शक्ति, अच्छी स्वास्थ्य, अनंत ऊर्जा और प्रसन्नता से भर सकते हैं।

पाँचवा दिन: हम किस प्रकार चमत्कार कर सकते है?

प्रेम एक दवा है जो डर, नफरत और अपराध जैसी नेगेटिव सोच से हमारी आत्मा को बचती है। अगर आप आपने जीवन को प्रेम से संजोयेगे तो आप की दुनिया रोशनी से जगमगा उठेगी।

इसमे Arnold ने एक अमीर बिजनेसमैन का उदहारण दिया है, जो बहुत पैसे होने के बावजूद भी खुश नहीं था। प्रेम की कमी से जसके जीवन में संतुष्टि नहीं थी। उसे कोकीन की लत लग गयी थी।

उसकी जिंदगी, ख़त्म ही होने वाली थी कि उसने कोकीन Anonymous में भाग लिया। वहाँ अपने जैसे अनेक लोग, जो पीड़ा में होने के बावजूद भी प्रेम करने के योग्य थे, उन्हें देखकर उस अमीर इंसान को अपनी ग़रीबी का एहसास हुआ।

अपनी आत्मा को प्रेम करने योग्य बनाने के लिए भी लेखक ने एक प्रोग्राम बताया है।

आंखे बंद करके ध्यान लगाइये और अपने मन की आंखों से स्वयं को मुस्कुराते हुए देखिये। आपके आगे एक लंबी पंक्ति में बहुत लोग खड़े है। आप चलते-चलते हर व्यक्ति के पास ठहरकर अपने हृदय से, प्रेम का एक बड़ा टुकड़ा उन्हें दे रहे हैं।

जैसे ही आप ये करते है वह व्यक्ति बहुत विशाल हो जाता है। जैसे ही आप ये कर रहे है आप अपने मन में दोहराइये, हमेशा देने का समय होता है, हमेशा देने की जगह होती है, प्यार भगवान के उपहारों में सबसे बड़ा है। मैं प्यार से भरा हूँ और मैं अपने महान उपहार को दुनिया के साथ साझा कर रहा हूँ।

छठा दिन: Who is your Shepherd?

हम Sheep है और भगवान हमारा चरवाहा है। वह हर पल हमारे साथ रहकर हमें कामयाब होने की प्रेरणा देता है। परंतु ये केवल भगवान पर निर्भर नहीं करता। यदि हमारे अंदर इच्छाशक्ति है तभी हम अपने जीवन में कामयाबी को प्राप्त कर सकते हैं।

इसमे Arnold ने एक Aaron नाम के शक्स का उदहारण दिया है, जो Law में दाखिला चाहता था, उसे attorney बनना था। पहली बार सफल न होने पर भी वह निरन्तर प्रयास करता रहा। उसने हिम्मत नहीं हारी और अगले साल ही उसे दाखिला मिल गया।

भगवान चाहता है कि आप सफल हों। वह आपको सफल होने में मदद करना चाहता है। उसे बताएँ कि आप तैयार हैं। आप ख़ुद से सफलता के रास्तों पर चलना शुरू करके, भगवान को संकेत दें।

बहुत जल्द आप देखेंगे कि आपके पास एक साथी है। वह साथी कोई और नहीं स्वयं भगवान होंगे।

अब आईये फिर से अपने मन की नज़रों से ख़ुद को सफल होते देखिये।

आंखे बंद कर लीजिये और कल्पना कीजिये कि आप एक बहुत बड़े दरवाज़े के सामने खड़े हैं जो बन्द है। आप उसके सामने अपने जीवन रूपी किताब, अपने मन की गॉस्पेल, अपनी दाहिनी बाजू के नीचे दबाये खड़े हैं।

आप ज़ोर-ज़ोर से दरवाज़ा खटखटा रहे है, पर कोई जवाब नहीं आ रहा है। लेकिन आपका होंसला नहीं डगमगाता है और आप फिर भी उसे खटखटाते है। थोड़ी ही देर में दरवाज़ा खुल जाता है। दरवाज़ा खुलना ये संकेत देता है कि आपका दृढ़निश्चय आपको जीवन में कामयाब बनाता है।

सातवाँ दिन: प्रार्थना नामक दवा

Bible में कहा गया है कि यदि आप मांगोगे तो मिलेगा, ढूँढोगे तो पाओगे और खटखटाओगे तो आपके सामने वह द्वार खुल जायेगा।

तो चलिए अपनी आँखें बंद कर लीजिये। अपने मन की आंखों से ख़ुद को प्रार्थना करता हुआ देखिये। जैसा ही आप यह देखते हैं, आप जानते हैं कि आप भगवान का धन्यवाद कर रहे है, ख़ुद को प्रतिभाशाली, सक्षम व्यक्ति बनाने के लिए। आपको सफल होने के लिए जिसकी आवश्यकता है वह है Spirit यानी आत्मा।

अपने मन की आँखों से, अपने आप को अपनी प्रार्थना समाप्त करते हुए देखें। अचानक आपको, सामने एक डब्बा दिखाई देगा। ये चमकदार सफेद बॉक्स, चौड़े लाल रिबन में लिपटा हुआ है। आप पहले रिबन खोलते हैं, फिर बॉक्स का ऊपर वाला हिस्सा उठाते हैं।

बॉक्स के अंदर आपको एक सुंदर सुनहरा कटोरा दिखाई देता है, वह इतना बड़ा है कि उसने पूरे बॉक्स को भर दिया है। यह कटोरा यानी Goblet भगवान का एक उपहार है, जो आत्मा अर्थात spirit से भरा है।

आप इसे देखकर, जान जाते हैं कि ईश्वर ने आपकी प्रार्थना का उत्तर, आपको और भी महान आत्मा देकर दिया है, जिससे आप अपने जीवन के कटोरे को भर सकते हैं।

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आठवाँ दिन: अपने जीवन में चमत्कार लाने का दिन

यह अपने जीवन में चमत्कार लाने का दिन है, इस दिन आपको अपने अंदर आत्मसम्मान, आत्मविश्वास, भाग्य, उत्साह और शान्ति का चुनाव करना है।

इसके लिए एक शांत कमरे में कुर्सी पर बैठ कर अपनी आंखे बंद कर लें। अपने मन की दृष्टि से ख़ुद को एक बगीचे में देखें। ये बगीचा बेहद खूबसूरत है। ये बगीचा आपकी आत्मा का बगीचा है। इसका हर भाग आपके जीवन को दर्शाता है।

वह लम्बा वृक्ष आपका आत्मविश्वास है, जो आसमान छू रहा है। उसी के साथ आशावाद, उत्साह, शांति, भाग्य जैसे वृक्ष लगे है जो बहुत सुंदर एवम ऊंचे हैं।

इस बगीचे के बीचो बीच एक सबसे ऊंचा, सबसे मज़बूत पेड है, ये वृक्ष आपके दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। आप इस बगीचे के माली हैं, इसे आप जितने अच्छे से सींचेंगे ये वृक्ष उतने ही विशाल और मज़बूत होंगे।

नोवा दिन: ख़ुशी का दिन, Day of Joy

अपनी आंखें बंद करके अपने मन की आँखों से ख़ुद को एक विशाल पर्वत पर खड़ा देखें। ये पर्वत इतना विशाल है कि मानो आसमान को छू रहा हो। इस बदलो से घिरे हुए पर्वत के आसपास की हवा शुद्ध एवं चमकदार है।

जैसे ही आप बादलों के माध्यम से आकाश की ओर देखते हैं, आप निर्माता की उपस्थिति को महसूस कर सकते हैं, और आप ये महसूस कर सकते हैं कि आपके द्वारा दुनिया को दिए गए आनंद के उपहार ही आपको उसके करीब लाए हैं। अपने आप को पर्वत के ऊपर खड़ा देखते ही अपनी खुशहाली की प्रतिज्ञा दोहराएँ।

दसवा दिन: क्षमा करने और संशोधन करने का दिन

यह दिन हमारे आध्यात्मिक बगीचे से भावनात्मक मलबे को साफ़ करने के लिए समर्पित है ताकि अच्छाई हमारी आत्मा का हिस्सा बन सके।

एक शांत कमरे में कुर्सी पर बैठ कर फिर आंखे बंद करके कल्पना करें कि ज़मीन पर एक circle का चित्र बना है और आप इसके बीचोबीच खड़े हैं। जैसे ही आप इस चक्र के आस पास चक्कर लगा रहे है आप ज़ोर से ये शब्द दोहराते हैं, “में तुम्हे माफ् करता हूँ”, बिना किसी शर्त के, में तुम्हे माफ् करता हूँ।

अपने मन की आखों से सर्कल पर खड़े होते ही, दुख भरी विचारों को छोड़ने के लिए स्वतंत्र महसूस करें।

अब आपको एक मेज पर एक सुंदर किताब दिखाई दे रही है। यह आपका मानसिक सुसमाचार यानी gospel है। इसका एक साफ़ सफेद पृष्ठ खुलता है। जिससे आप अपनी मानसिक पुस्तक में केवल अच्छी ख़बर लिखते हैं।

ग्यारहवां दिन:  सपने सच करने का दिन

11वां दिन सपने सच करने का दिन है, इसीलिए अपने आप से दृढ़ विश्वास के साथ ये affirmation कहें: आत्मा की शक्ति से सक्रिय होकर, हर दिन मैं अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए काम करता हूँ। हर दिन एक विशाल क़दम है मेरी आत्मा की असीमित शक्ति का एक उत्सव मनाने का।

बारहवां दिन: स्वयं पर भरोसा ही सबसे बड़ी जीत है

तो एक कुर्सी पर आँख बंद करके अपने मन की आंखों से एक दवा की बोतल की कल्पना करें। इस बोतल पर लिखा है, I Shall Please. अब आप इस बोतल को खोलकर इसमे से एक छोटी दावा निकल लो। जैसे ही आप अपने मन की आंखों से इससे देखते है आप एक प्रतिज्ञा लेते है कि, “मैं स्वयं को भरपूर विश्वास से भरता हूँ। मैं अपने विश्वास की शक्ति से खूद को खुशहाल और कामयाब बना सकता हूँ।”

और पढ़ें: बुरे समय में क्या करें

तेरहवां दिन

13वां दिन इस पूरे कार्यक्रम के सब भागों को जोड़ता है। इसके लिए अहम की आप अपने आप को बस सकारात्मक ऊर्जा से भर दे। आपको सकारात्मकता की लत लगानी है।

सबसे मज़े की बात ये है कि इस प्रोग्राम के अखरी दिन यानी 14वे दिन का नाम “The Beginning” है।

यदि आप पुराने दिनों की हर प्रतिज्ञा का सही से पालन करें तो आप अपने जीवन को बेहतर और खुशहाल बना सकते हैं।

इस पुस्तक के अंत में लेखक ने एक लंबा लेख लिखा है, जिसके अंत की पंक्तियाँ आपको ये दोहराने को कहती हैं कि “मैं विजेता हूँ” ” मैं विजेता हूँ’।

तो दोस्तों इस आर्टिकल (The Great Miracle Book Summary in Hindi) में बस इतना ही आपको ये आर्टिकल (The Great Miracle Book Summary in Hindi) कैसी लगी हमें कमेन्ट कर के जरूर बताये। अगर आप इस बुक का कम्पलीट वीडियो समरी देखना चाहते है तो ऊपर दिए लिंक से देख सकते है।

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