Think Like a Monk Book Summary in Hindi by Jay Shetty – संन्यासी की तरह सोचें

Think Like a Monk Book Summary in Hindi by Jay Shetty – संन्यासी की तरह सोचें: अगर आपको क्रिकेट के बारे में सीखना है। तो आपको सचिन तेंदुलकर से सीखना होगा। अगर आप सफल बिजनेसमैन बनना चाहते हैं, तो अंबानी या अडानी से सीखना होगा। ठीक ऐसे ही, यदि आप मोंक की तरह सोचना चाहते हैं। नेगेटिव थिंकिंग को दूर करना चाहते हैं और खुश रहना चाहते हैं। तो ये आपको मोंक से सीखना होगा।

क्योंकि मोंक, दुनिया की सारी सुख सुविधाओं से दूर होते हुए भी, अपना जीवन आनंद से जीते है। उनके अंदर कोई दुविधा नहीं है। उनका माइंड काफी पावरफुल होता है। तो दोस्तों अगर आप भी सन्यासी की तरह सोचना चाहते हैं। दूसरों की मदद करके सच्ची खुशी का आनंद लेना चाहते हैं। तो आर्थर जय शेट्टी की बुक थिंक लाइक मोंक आपके लिए है।

पुस्तक का नाम / Name of Bookसंन्यासी की तरह सोचें / Think Like a Monk Book Summary in Hindi 
पुस्तक का लेखक /Author Nameजय शेट्टी / Jay Shetty
पुस्तक की भाषा / Book Languageहिंदी / Hindi
पुस्तक की श्रेणी / Category of Bookमनोवैज्ञानिक / Psychological, Self Help Book, Motivational

Think Like a Monk Book Summary in Hindi

तो बिना किसी देरी की Think Like a Monk Book Summary in Hindi से जानते है। अपने माइंड को मोंक की तरह कैसे डेवलप करें? जीवन में खुश कैसे रहें? दिमांग को शांत कैसे रखें और जीवन को लक्ष्य पूर्ण कैसे बनाये?

Think Like a Monk Book Summary in Hindi

Think Like a Monk Book Summary in Hindi

Find Your True Identity

हम अपनी आइडेंटिटी को समय और परिस्थिति के अनुसार, बदलते रहते हैं। जब हम अपने परिवार के साथ होते हैं तो हमारी आइडेंटिटी अलग होती है। जब हम अपने दोस्त के साथ होते हैं तब हमारी आइडेंटिटी अलग होती है। ऐसे में हम अपनी रियल आइडेंटिटी खो देते है और अपने फेस पर कई परत बना लेते हैं। जिसे हम सिचुएशन के हिसाब से बदलते रहते है।

अगर कोई कहता है पैसा सब कुछ है। तो उससे इनफ्लुएंस होकर हम पैसे के पीछे भागने लगते हैं। दूसरे के इनफ्लुएंस में आकर, अपनी आइडेंटिटी को बदलना बिल्कुल गलत है। ऐसा करने से हम अपनी रियल आइडेंटिटी खो देते हैं।

भगवत गीता के चैप्टर थ्री, श्लोक नंबर थर्टी फाइव में लिखा है। किसी व्यक्ति के जीवन का नकल करके जीने से अच्छा है, हम अपने के भाग्य के अनुसार जीये। इसलिए हमें इनफ्लुएंस की धूल को हटा करके। अपनी रियल आईडेंटिटी को बाहर लाना होगा और सेल्फ ऑडिट करना होगा।

सेल्फ ऑडिट करने के लिए, आप एकांत जगह में बैठ जाएँ, जहाँ कोई ना हो। आपको सोचना है कि आप क्या बनना चाहते हैं? क्या आप जिन लोगों के साथ रह रहे हैं, उसके साथ रहकर आप जैसा बनना चाहते हैं, वैसा बन सकते हैं।

जब आप एकांत में, सेल्फ ऑडिट करते है। तो इससे आप दूसरे के इनफ्लुएंस की लगी धूल को हटाकर, आप अपने आत्मा की आवाज सुनते है और यह प्रक्रिया आपको, आप जैसा बनना चाहते हैं? वैसा बनने में मदद करती है।

Remove Negativity

जब आप अपने घर से बाहर निकलते हैं। तो आपको अपने लाइफ में बहुत सारे नेगेटिविट लोग मिलते हैं। इसमें से कुछ लोग ऐसे होते हैं जो हमेशा कम्प्लेन करते हैं। अपनी गलतियों के लिए दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हैं। ऐसे में आपका इन सभी लोगों से दूर रहना, पॉसिबल तो नहीं है। फिर भी आपको नेगेटिविटी से दूर रहने के लिए ये थ्री स्टेप फॉलो करना चाहिए।

25: 75 Theory

आपके जीवन में जितने भी नकारात्मक व्यक्ति हैं। उससे 3 गुना ज्यादा प्रेरणा देने वाले लोगों को अपने जीवन में रखें। आप अपना 75% समय उन लोगों के साथ बिताये जो आप को नीचे गिराने के बजाय ऊपर उठाना चाहते हैं।

Allocate Time

कुछ लोग इतनी नेगेटिविटी से भरे होते हैं कि उन्हें 1 मिनट के लिए भी बर्दाश्त करना मुश्किल होता है। तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें आप घंटों तक बर्दाश्त कर सकते हैं। ऐसे में आप विचार करें कि आप किस व्यक्ति को कितना समय देना चाहते हैं।

Don’ t be a Savior

दोस्तों एक कहावत है किसी दूसरे के मुंह के दांत ना गिनो। ठीक इसी तरह आप किसी दूसरे की समस्या को तब तक सुलझाने की कोशिश ना करें, जब तक आपकी आवश्यकता ना हो। अगर आपके पास उस व्यक्ति की सहायता करने की क्षमता हो तभी ऐसा करें।

दोस्तों इसके अलावा हमारे अंदर भी Negativity होती है। इस नेगेटिविटी से बचने के लिए ऑथर स्पॉट, स्टॉप और स्वैप टेक्निक यूज करने के लिए कहते हैं।

SPOT

इस स्टेप में आपको ये देखना है कि आपके अंदर कौन-कौन से नेगेटिव थॉट्स आ रहे हैं। आपको इसकी पहचान करना है।

STOP

इस स्टेप में आपको ये सोचना है कि आखिर किस कारण से आपके अंदर नेगेटिव थॉट्स आ रहे हैं। उसकी जड़ तक पहुँचकर, उसे वही रोके दे। ताकि ऐसे थॉट्स आपके अंदर दोबारा ना आ सके।

SWAP

इस स्टेप में ऑथर नेगेटिव थॉट्स को पॉजिटिव थॉट्स में बदलने के लिए कहते है। इसके लिए आप पॉजिटिव थिकिंग रखें, सेल्फ हेल्प बुक पढ़ें, समय न तो हो बुक समरी वीडियो देखें। या फिर महान लोगों या जिससे आपको प्रेरणा मिलती हो उनका बायोग्राफी पढ़ें। ऐसा करने से आपके अंदर पॉजिटिव एनर्जी का संचार होगा।

Know Your Intentions

यदि आप किसी काम को कर रहे हो। तो उस काम को करने के पीछे का इंटेंशन क्या है? इसे जानना बेहद जरूरी है। क्योंकि कई बार हम अगर किसी चीज को अचीव कर लेते हैं फिर भी हमें संतुष्टि नहीं मिलती। इसका मतलब यह हुआ की हमारा उस चीज को अचीव करने का इंटेंशन गलत था।

For example: यदि आप किसी व्यक्ति की हेल्प, इस इंटेंशन के साथ कर रहे हैं। की बदले में वह भी आपकी हेल्प करेगा। तो आपके हेल्प करने का इंटेंशन गलत है।

Know Your Space & Time

हर लोकेशन की अपनी एक एनर्जी होती है। अगर हम 10 अलग-अलग जगहों पर जाते हैं। तो हमें उन सभी जगहों पर अलग-अलग एनर्जी मिलती है। इसलिए मोंक मेडिटेशन के लिए शांत वातावरण में जाते हैं ना कि पार्क में।

इसलिए आपको अपने अलग-अलग कामों के लिए एक स्पेशल जगह और समय का चुनाव करना चाहिए। ताकि आप सेम काम को रेगुलरली, सेम समय पर रेगुलर कर सके। इससे आप कम समय में, कम एफर्ट के साथ ज्यादा काम कर सकेंगे।

Think Like a Monk Book Summary in Hindi

Think Like a Monk Book Summary in Hindi

Serve Other

यदि किसी व्यक्ति को आपकी हेल्प की जरूरत हो। तो निस्वार्थ भाव से उसकी मदद करें। क्योंकि आप जितना निस्वार्थ भाव से, किसी दूसरे की मदद करते है तो वह लौटकर आपके पास ही आता है। इसलिए अगर कोई भी व्यक्ति पीड़ा में हो तो उसकी पीड़ा को समझकर उसे दूर करने की कोशिश करें।

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Closing Remarks

तो दोस्तों ये थी आर्थर जय शेट्टी की बुक, Think Like a Monk Book Summary in Hindi. आपको Think Like a Monk Book Summary in Hindi कैसे लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएँ। अगर आप Think Like a Monk Book का कम्पलीट वीडियो समरी देखना चाहते है तो ऊपर दिए लिंक से देख सकते है। लेटेस्ट वीडियो को देखने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूले।

अपना बहुमूल्य समय देने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रिया

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